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About Pushtimarg
॥ जय श्री कृष्णा ॥
यह ब्लाग पुष्टिमार्गीय साहित्य को हिन्दी(देवनागरी) में अंतरजाल पर उपलब्ध कराने का एक छोटा सा प्रयास है।
मुख्यतः यहाँ नित्य पाठ एवं स्तोत्र, षोडश ग्रंथ, नित्य सेवा में गाये जाने वाले कीर्तन (मंगला, श्रृंगार, राजभोग, शयन) एवं विविध उत्सवों पर गाये जाने वाले कीर्तन शामिल करने का प्रयास रहेगा।
पद/कीर्तन उनकों गाये जाने के समय अथवा अवसर, राग एवं उनके रचियता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटे हैं, इच्छित कीर्तन पढने के लिये बांयी ओर बनी श्रेणियों में से उपयुक्त श्रेणीं का चयन करें। सभी कीर्तन पढने के लिये ऊपर ‘कीर्तन संग्रह’ का चयन करें ।
संग्रह को बढाने एवं और उपयोगी बनाने के लिये सुझावों का स्वागत है, अगर वर्तनी में कहीं त्रुटि हो तो भी इंगित करने का कष्ट करें।

